Wednesday 4 October 2017

शानदार आईडिया है SIP यानि Systematic Investment Plan

       म्यूचुअल फण्ड Mutual Fund में निवेश करता रहता है. Gold यानि सोने जैसी कमोडिटी में भी SIP द्वारा निवेश किया जाता है. SIP द्वारा निवेश करने से अनुशासित तरीके से निवेश करना आसान हो जाता है तथा निवेश का जोखिम भी कम हो जाता है.
        आपने प्यासे कौवे की कहानी तो सुनी होगी. जिसके घड़े में पानी कम था और उसने छोटे छोटे पत्थर डाल कर घड़ा भर दिया और पानी पी लिया.
               SIP यानि Systematic Investment Plan हिंदी में कहेंगे व्यवस्थित निवेश योजना. मगर मैं इसे क्रमबद्ध निवेश योजना कहना चाहूँगा. SIP जिसे सिप भी कहा जाता है में एक बराबर समय के अंतराल में, एक बराबर राशि एक ही मद में निवेश की जाती है. मान लीजिये की एक निवेशक के पास पचास हजार रुपये है निवेश करने के लिए तो वह इन्हें एक ही दिन निवेश ना करके SIP में पांच हजार प्रति माह के हिसाब से दस माह तक निवेश करते हैं.
             कोई भी निवेशक SIP के द्वारा शेयर बाजार Share Market, म्यूचुअल फण्ड Mutual Fund अथवा Gold ETF में निवेश कर सकता हैं. निवेश का अंतराल प्रति दिन, प्रति सप्ताह अथवा प्रति माह रखा जा सकता है. सैलरी पेशा लोगों के लिये यह निवेश का एक आसान उपाय है. हर माह अपनी सैलरी से कुछ बचत करके नियमित और अनुशासित ढंग से बड़ा निवेश किया जा सकता है. किसी भी म्युचुअल फण्ड में एडवांस चैक दे कर अथवा ऑनलाइन निर्देश दे कर सिप शुरू किया जा सकता है. SIP रु 500 प्रति माह जैसी छोटी राशि से भी करवाया जा सकता है.
SIP निवेश का एक बेहतरीन तरिका है.  
यहाँ हम सिप निवेश के फायदे बता रहे हैं:
१.  छोटा निवेश- छोटी राशि निवेश के लिए निकालना आसान होता है. लम्बे समय तक छोटी छोटी राशि का निवेश आपको बड़े रिटर्न दे सकता है. 
२.रिस्क में कमी - SIP का सबसे बड़ा फायदा यही है. मान लीजिये किसी निवेशक के पास पचास हजार रुपये शेयर मार्किट में निवेश के लिए हैं. उसने इन्हें बाजार में एक साथ लगा दिया. अगले दिन बाजार ऊपर जाएगा अथवा नीचे कोई नहीं जानता. यही निवेश यदि थोड़े थोड़े अंतराल में बाँट कर किया जाए तो रिस्क में कमी आ जाती है.
३.निवेश में आसानी - सिप में निवेश ऑनलाइन निर्देश दे कर किया जा सकता है. निश्चित तारीख को म्यूचुअल फण्ड आपके खाते से निशचित राशि लेकर आपके चुने हुए प्लान में निवेश कर देता है.
आपको एक किस्सा सुनाते हैं.
          रमेश और राजेश दो दोस्त हैं. दोनों ने अपनी अपनी पत्नियों को वादा किया कि अगली शादी की सालगिरह पर सोने का हार ले कर देंगे. रमेश पूरे साल इंतज़ार करते रहे कि जब सोना सस्ता होगा तब लेंगे. कई बार सोना सस्ता भी हुआ मगर रमेश को लगाता कि सोना अभी और सस्ता होगा. रमेश हार नहीं ले पाए और साल गिरह पर जो कीमत थी उसी पर हार लेनी पड़ा.
          राजेश ने पहले महीने से ही गोल्ड ETF में SIP निवेश शुरू कर दिया. जब जब सोने की कीमत कम हुई राजेश का निवेश हो जाता था. आप अंदाज लगा सकते हैं की हार की कीमत किसने ज्यादा ज्यादा दी होगी. अंत में आपने प्यासे कौवे की कहानी तो सुनी होगी. जिसके घड़े में पानी कम था और उसने छोटे छोटे पत्थर डाल कर घड़ा भर दिया और पानी पी लिया. SIP मुख्य रूप से शेयर मार्किट Share Market में छोटी छोटी राशि को नियमित रूप से अनुशाशन के साथ म्यूचुअल फण्ड Mutual Fund द्वारा निवेश करने का आसान तरीका है. आशा है कि आपको समझ आया होगा कि सिप क्या है और कैसे काम करता है.


No comments:

Post a Comment

वायु सेना या सेना कर्मियों के लिए टर्म इन्सुरेंस खरीदने के कारण

          मैंने पिछली पोस्ट में टर्म इन्शुरेंस के संबंध में चर्चा की थी. आशा है आप को जानकारी पसंद आई होगी . अगर आपके मन में कोई प्रश्न ह...